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संविधान एवं संविधान सभा, महत्वपूर्ण प्रश्न। जरूर देखें।


संविधान

संविधान वह दस्तावेज है जिसमें देश की जनता व सरकार द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों और अधिनियमों को निरूपित किया गया है।

सन 1215 में इंग्लैंड के राजा जॉन के द्वारा दरबारियों के अधिकारियों के लिए जारी मैग्नाकार्टा नामक प्रपत्र भविष्य के सभी संविधान का आधार बना।

विश्व का प्रथम लिखित संविधान संयुक्त राज्य अमेरिका ने वर्ष 1789 में अपनाया।



संविधान सभा के गठन का विचार सर्वप्रथम एम.एन. रॉय ने 1934 में रखा था। वर्ष 1935 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पहली बार आधिकारिक तौर पर संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा के गठन की मांग की।

1946 में कैबिनेट मिशन ने भारतीय संविधान के निर्माण के लिए अप्रत्यक्ष निर्वाचन के आधार पर संविधान सभा के गठन की सिफारिश की थी।

अगस्त 1946 में आयोजित 389 सीटों (296 ब्रिटिश भारत और 93 सीटें देसी रियासतों के लिए) के लिए चुनाव में कांग्रेस ने 208 सीटों पर और मुस्लिम लीग ने 73 सीटों पर विजय प्राप्त की।

देश के बंटवारे के बाद सदस्यों की संख्या घटकर 299 रह गई सर्वाधिक सदस्य (55) संयुक्त प्रांत से थे।

 संविधान सभा में महिला सदस्यों की संख्या 15 थी।

25 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश रखा गया।

अंतिम रूप से स्वीकृत संविधान में 22 भाग, 8 अनुसूचियां, एवं 395 अनुच्छेद थे।

संविधान 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में पूर्ण हुआ।

भारत का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत संविधान है। संविधान का आरंभ  'India that is Bharat' से होता है।

यू.एस.ए. का संविधान विश्व का सबसे छोटा लिखित संविधान है।

संविधान का 75% भाग भारत सरकार अधिनियम 1935 से लिया गया है।

तेज बहादुर सप्रू एवं जयप्रकाश नारायण ने संविधान सभा की सदस्यता को अस्वीकार कर दिया था।

डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान को पवित्र दस्तावेज कहा है।

9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की प्रथम बैठक हुई। जिसमें डॉ सच्चिदानंद सिन्हा को अस्थाई अध्यक्ष चुना गया।

11 दिसंबर 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद स्थाई अध्यक्ष चुने गए। एच.सी. मुखर्जी को उपाध्यक्ष चुना गया। तथा बी. एन. राव (बेनेगल नरसिंह राव) को संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार नियुक्त किया गया।

13 दिसंबर 1946 को जवाहर लाल नेहरू ने उद्देशिका प्रस्ताव संविधान सभा के समक्ष प्रस्तुत किया। यह प्रस्ताव संविधान की प्रस्तावना का आधार बना।

22 जनवरी 1947 को उद्देश्य का प्रस्ताव संविधान सभा में अपनाया गया।

29 अगस्त 1947 को 7 सदस्य प्रारूप समिति का गठन हुआ। जिसके अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर नियुक्त किए गए। इसके अन्य छह सदस्य थे- 
1.गोपाल स्वामी अय्यर
2.कृष्णा स्वामी अय्यर
3.के एम मुंशी
4.मोहम्मद सादुल्ला
5.माधवराम
6.टी.टी. कृष्णाचारी

14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को अधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया। जिसे हिंदी दिवस के रूप में जाना जाता है।

26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान को अपनाया। इसे राष्ट्रीय विधि दिवस और राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जाता है।

26 नवंबर 1949 को कुछ प्रावधान जैसे- अनुच्छेद 5,6,7,8,9, 60, 324, 366, 367, 379, 380, 388, 391, 392, 393 स्वत: ही लागू हो गए।

भारतीय संविधान का प्रथम वाचन 4 नवंबर 1948 को हुआ, दूसरा वचन 15 नवंबर 1948 को हुआ और तीसरा वचन 14 नवंबर 1949 को हुआ।

संविधान पर अंतिम रूप से उपस्थित कुल 299 सदस्यों में से 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।

सर्वप्रथम जवाहरलाल नेहरू ने हस्ताक्षर किए। और सबसे अंत में डॉ राजेंद्र प्रसाद ने हस्ताक्षर किए।

डॉ राजेंद्र प्रसाद ने देवनागरी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में हस्ताक्षर किए। अबुल कलाम आजाद ने उर्दू में हस्ताक्षर किए।

24 जनवरी 1950 को संविधान सभा की अंतिम बैठक हुई। और इसी दिन राष्ट्रीय गान एवं राष्ट्रीय गीत अपनाया गया।

26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से लागू किया गया।

26 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय चिन्ह अपनाया गया और देश गणतंत्र बन गया।

राष्ट्रीय चिन्ह सारनाथ (बनारस) स्थित अशोक के स्तंभ से लिया गया। इस स्तंभ में भारत का राष्ट्रीय वाक्य 'सत्यमेव जयते' वह चार पशु अंकित है-
1. हाथी   2. बैल   3. घोड़ा    4. सिंह



संविधान निर्माण की प्रमुख समितियां:

समितियां                                             अध्यक्ष

झंडा समिति.......................   राजेंद्र प्रसाद/ जे.बी.कृपलानी

संचालन समिति, प्रक्रिया नियम समिति.......... राजेंद्र प्रसाद

संघ शक्ति समिति................. जवाहरलाल नेहरू

संघ संविधान समिति............... जवाहरलाल नेहरू

भारतीय संविधान एवं सलाहकार समिति.... वल्लभभाई पटेल

संविधान सभा के कार्य संबंधी समिति....... जी. वी. मावलंकर

कार्य संचालन समिति............ के. एम. मुंशी




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