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'Howdy मोदी शो' पीएम नरेंद्र मोदी की 10 खास बातें। Important for all competition exam.



      नमस्कार दोस्तों, मैं हूं आपके साथ S.chauhan
          
       इस पोस्ट में हम  'Howdy मोदी' कार्यक्रम के बारे में चर्चा करेंगे। सबसे पहले मैं आपको बता देता हूं कि Howdy का मतलब क्या है? Howdy शब्द  How do you do? (आप कैसे हैं ?) का short cut है। इसका मतलब यह हुआ कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को 'How do you do Modi' न कहते हुए Howdy Modi कह कर स्वागत किया। 




Howdy मोदी

22 सितंबर 2019 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन के एन.आर.जी. स्टेडियम में 'टेक्सास इंडिया फोरम' की तरफ से आयोजित कार्यक्रम 'हावडी मोदी' में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी बात नरेंद्र मोदी एवं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की साझा उपस्थिति रही। दोनों वैश्विक नेताओं ने भारत एवं अमेरिका के बीच नई दोस्ती की इबारत लिखी है।

• इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का तरीका भी अलग था। 'भाइयों-बहनों' और 'मित्रों' कहकर संबोधन की शुरुआत करने वाले मोदी जी ने इस बार 'हावडी माय फ्रेंड्स' कहकर संबोधन की शुरुआत की।

• टेक्सास प्रांत के हॉस्टल शहर के एन.आर.जी. स्टेडियम में आयोजित 'हावडी मोदी' कार्यक्रम में 50000 भारत वंशी उपस्थित थे।

• यह पहला मौका था जब दुनिया के 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के प्रमुखों ने अमेरिका में इतनी बड़ी रैली को एक साथ संबोधित किया है।

• एन.आर.जी. स्टेडियम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरे शो के दौरान उपस्थित रहे।



Howdy मोदी कार्यक्रम की 10 खास बातें

• इस मेगा शो में प्रधानमंत्री मोदी की 10 खास बातें जो देश विदेश के राजनीतिक एवं कूटनीतिक गलियारे में गूंजी है वे निम्न है- 
1. आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग।
2. अबकी बार ट्रंप सरकार का नारा।
3. भेदभाव वाली धारा 370 को समाप्त किया।
4. भारत में टैक्स व्यवस्था को आसान किया।
5. भारत का 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी का लक्ष्य।
6. न्यू इंडिया का संकल्प।
7. 10 हजार सर्विस हुई ऑनलाइन।
8. लोकसभा चुनाव में ज्यादा चुनी गई महिलाएं अर्थात नारी सशक्तिकरण।
9. सबसे कम कीमत पर भारत में डाटा।
10. भारत की भाषाएं एवं वेशभूषाएं अद्भुत हैं।


• ह्यूस्टन के मेगा शो में अमेरिकी राष्ट्रपति के भाषण मंच पर पहली बार प्रेसिडेंशियल सील की जगह भारत एवं यूएसए का झंडा लगा था।

• अमेरिकी राष्ट्रपति के मंच से चाहे वह प्रेस कॉन्फ्रेंस हो या द्विपक्षीय साझा बयान या राष्ट्रपति का चुनावी अभियान हो, मंच से प्रेसिडेंशियल सील नहीं हटाई जाती है। पहली बार परंपरा में यह बदलाव दोनों देशों के बीच मजबूत होते रिश्तो के रूप में समझा जा सकता है।



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