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भारत ने कोविड-19 का परीक्षण करने की उन्नत तकनीक अपनाई || India adopts advanced testing techniques for covid-19 || Delhi Police Current affairs ||


     हेलो दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं "कोविड-19 का परीक्षण करने की उन्नत तकनीक" जो भारत द्वारा अपनाई गई है। कोविड-19 (corona virus disease 2019) यह विश्वव्यापी महामारी आजकल बहुत चर्चा का विषय बनी हुई है जिसके कारण पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ गई है।इसीलिए यह हमारे सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है जिससे सभी एग्जाम में प्रश्न पूछे जाने की बहुत ज्यादा संभावना है तो आज हम इसी के बारे में आपको यह बताने वाले हैं कि "भारत ने कोविड-19 का परीक्षण करने की उन्नत तकनीक अपनाई"। ( India adopts advanced testing techniques for -19 )



    "भारत ने कोविड-19 का परीक्षण करने की उन्नत तकनीक अपनाई"
  
त्वरित प्रसंग: कोविड-19 महामारी एक वैश्विक महामारी है जिससे भारत ही नहीं समूचा विश्व प्रभावित है। इस महामारी के रोकथाम में कोविड-19 की पहचान एक अहम कड़ी है। 'भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR)' ने हाल ही में कोविड-19 के परीक्षण हेतु दो अलग-अलग कंपनियों द्वारा विकसित ELISA परीक्षण किट को मंजूरी दी है।
एलिसा परीक्षण (ELISA Test): इस परीक्षण प्रणाली का विकास 1974 में किया गया। यह परीक्षण प्रणाली एड्स बीमारी से संक्रमित व्यक्तियों की प्रतिरक्षा प्रणाली में इस वायरस से लड़ने में सक्षम रोग प्रतिरोधी पिंडो की पहचान करता है।

• चिन्हित किए जाने वाले प्रति रक्षकों के आधार पर एलिसा टेस्ट दो प्रकार के होते हैं- 
1.  इम्यूनो ग्लोबिन M (IgM)
2. इम्यूनो ग्लोबिन G (IgG

 • मई माह में ICMR ने पुणे स्थित 'नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी' के माध्यम से ELISA IgG परीक्षण किट लॉन्च किया जिसका नाम 'कोविड कवच' रखा गया।

RT-PCR
कोविड-19 के निदान एवं उपचार के लिए विश्व भर में RT-PCR परीक्षण प्रणाली का उपयोग व्यक्तिगत स्तर पर कोविड-19 की पहचान करने हेतु किया जा रहा है।
• इस RT-PCR का पूरा अर्थ है- real-time polymerase chain reaction

भारत में RT- PCR कोविड-19 की अंतिम रूप से पुष्टि करने की कार्य प्रणाली है। इस परीक्षण में नाक तथा मुंह की नली से RNA सैंपल लिए जाते हैं। 

 • भारत में अपनाई कोविड-19 का परीक्षण करने वाली उन्नत तकनीक:


• RT-PCR परीक्षण प्रणाली एक महंगी परीक्षण प्रणाली है जो सरकारी प्रयोगशाला में पूर्णतया निशुल्क है। मई 2020 के अंत तक ICMR से इस परीक्षण की कीमत निजी लैब हेतु ₹4500 तय की थी।

कोविड-19 का सर्वाधिक खतरा स्लम्स को
जून 2020 में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian council of medical research: ICMR) ने अपना  सीरो सर्वे से संबंधित रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारत में अभी सामुदायिक संक्रमण की स्थिति नहींं आई है। ICMR की रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरों (खासकर स्लम्स) में वायरस की दर अधिक है।




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