डिजिटल कर क्या है? भारत ने लगाया ऑनलाइन कंपनियों पर डिजिटल सेवा कर। What is Digital service tax?
हेलो दोस्तों, हम आपको इस Article में 'डिजिटल सेवा कर' (Digital Service Tax DST) के बारे में बताने वाले हैं।
हाल ही में भारत ने ऑनलाइन कंपनियों पर 'डिजिटल कर' लगा दिया है जो कि 1 अप्रैल 2020 से अधिनियमित कर दिया गया है।
हम आपको बता दें कि आजकल कोविड-19 के प्रकोप से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर होने से और लोगों में ऑनलाइन वस्तुएं खरीदने का अधिक क्रेज होने से भारतीय सरकार ने ऑनलाइन कर लागू कर दिया है जिससे भारतीय सरकार की मौजूदा आर्थिक आमदनी का नया स्रोत बन गया है।
भारत ने लगाया ऑनलाइन कंपनियों पर
'डिजिटल सेवा कर'
त्वरित प्रसंग: हाल ही में भारत सरकार ने 2 करोड रुपए से अधिक का वार्षिक कारोबार करने वाली विदेशी डिजिटल कंपनियों केे द्वारा किए जाने वाले व्यापार एवं सेवाओं पर दो फ़ीसदी 'डिजिटल कर' लगाने के वित्त विधेयक 2020-21 को 1 अप्रैल 2020 से अधिनियमित कर दिया है।
डिजिटल कर क्या है? What is Digital Service Tax?
• डिजिटल कर विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा भारत में अर्जित आय पर लगायाा गया कर है। इस कर के दायरे में भारत में काम करने वाली दुनिया के सभी देशों की ई-कॉमर्स करने वाली कंपनियां शामिल है।
डिजिटल कर से लाभ
• कोविड-19 के बीच ई-कॉमर्स और डिजिटल अर्थव्यवस्था के छलांग लगाकर बढ़ने से डिजिटल कारोबार पर लगाया गया 'डिजिटल टैक्स' मौजूदा आर्थिक मंदी में भारत की आमदनी का एक नया स्रोत बन सकता है।
• वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया में उपभोक्ताओं की आदत और व्यवहार में बदलाव के चलते ऑनलाइन खरीदारी में तेज वृद्धि तय है। ऐसे में खुदरा कारोबार को ई-कॉमर्स के जरिए अपनी मुट्ठी में करने के लिए दुनिया भर की बड़ी-बड़ी ऑनलाइन कंपनियों के साथ-साथ भारत के व्यापारिक संगठनों के द्वारा भी स्थानीय किराना दुकानों व कारोबारियों को ऑनलाइन माध्यमों से जोड़ने के प्रयास की रणनीति बनाई जा रही है।
• विदित हो कि 22 अप्रैल 2020 को Facebook ने Jio प्लेटफार्म में 5.7 अरब डालर के निवेश द्वारा 9.9% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है।
• उल्लेखनीय है कि भारत का ई- कॉमर्स बाजार वर्ष 2021 तक 84 अरब डॉलर का हो जाएगा, जो कि वर्ष 2017 में महज 24 अरब डॉलर का था।
• कोविड-19 के बीच ई-कॉमर्स और डिजिटल अर्थव्यवस्था के छलांग लगाकर बढ़ने से डिजिटल कारोबार पर लगाया गया 'डिजिटल टैक्स' मौजूदा आर्थिक मंदी में भारत की आमदनी का एक नया स्रोत बन सकता है।
• वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया में उपभोक्ताओं की आदत और व्यवहार में बदलाव के चलते ऑनलाइन खरीदारी में तेज वृद्धि तय है। ऐसे में खुदरा कारोबार को ई-कॉमर्स के जरिए अपनी मुट्ठी में करने के लिए दुनिया भर की बड़ी-बड़ी ऑनलाइन कंपनियों के साथ-साथ भारत के व्यापारिक संगठनों के द्वारा भी स्थानीय किराना दुकानों व कारोबारियों को ऑनलाइन माध्यमों से जोड़ने के प्रयास की रणनीति बनाई जा रही है।
• विदित हो कि 22 अप्रैल 2020 को Facebook ने Jio प्लेटफार्म में 5.7 अरब डालर के निवेश द्वारा 9.9% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है।
• उल्लेखनीय है कि भारत का ई- कॉमर्स बाजार वर्ष 2021 तक 84 अरब डॉलर का हो जाएगा, जो कि वर्ष 2017 में महज 24 अरब डॉलर का था।
• उल्लेखनीय है कि भारत द्वारा 2% डिजिटल सर्विस टैक्स (DST) पर AMAZON, FACEBOOK, और GOOGLE जैसी अमेरिका की बहू प्रतिष्ठित कंपनियां अमेरिका के 'व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय' से शिकायत कर रही है।
Thank you sir jii
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