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जीव विज्ञान की शाखाएं || जीव विज्ञान की शाखाएं एवं उप शाखाएं || branches of biology || Science Biology || Important all competitive exams



जीव विज्ञान की शाखाएं

दोस्तों जो टॉपिक आज हम आपको बताने वाले हैं वह आपके सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में महत्वपूर्ण प्रश्नों के रूप में पूछे जाते हैं।  जिनका अध्ययन करना हमारे लिए बहुत जरूरी है। टॉपिक का नाम है 'जीव विज्ञान की शाखाएं'।



             यदि आप कोई प्रतियोगिता परीक्षा जैसे- IAS, PCS, SSC, UPSSSC, UP POLICE, DELHI POLICE, RAILWAY, RRB NTPC etc. देना चाहते हैं तो सामान्य विज्ञान की एग्जाम में अच्छी भूमिका होती है। और इस टॉपिक से प्रश्न जरूर पूछे जाते हैं तो इसीलिए आज हम आपको 'जीव विज्ञान की शाखाएं' बताने वाले हैं जो कि आपके सभी एग्जाम्स में बहुत ही महत्वपूर्ण और कारगर साबित होंगी।

विज्ञान: सामान्यतः विज्ञान शब्द प्रत्येक सुव्यवस्थित एवं क्रमबद्ध ज्ञान या अनुभव के लिए प्रयुक्त होता है अर्थात किसी भी ज्ञान को सुव्यवस्थित एवं क्रमबद्ध करना ही विज्ञान कहलाता है।लैमार्क तथा ट्रेविरेनस नामक वैज्ञानिकों ने सर्वप्रथम जीव विज्ञान शब्द का प्रयोग किया था।


जीव विज्ञान की शाखाएं एवं उप शाखाएं

• जंतु विज्ञान:- विभिन्न प्रकार के जीवित एवं मृत जंतुओं का विस्तृत अध्ययन।

वनस्पति विज्ञान:- विभिन्न प्रकार के पादपों व उनके क्रियाकलापोंं का अध्ययन।

पैलियोबायोलॉजी :- जंतु एवं पादपों के जीवाश्मों का अध्ययन।

पैलियोबॉटनी:- पादप जीवाश्मों का अध्ययन।

पारिस्थितिक विज्ञान:- सजीवों पर उनके चारों ओर केेेेेे पर्यावरण के प्रभाव का अध्ययन।
अनुवांशिकी:- जीवो के आनुवशिक लक्षणों तथा इनकी वंशागति का अध्ययन।

फिजियोलॉजी:- शरीर केे विभिन्न भागो के कार्य तथा कार्य विधियोंं का अध्ययन।

पैथोलॉजी:- रोगो की प्रकृति, लक्षणों व कारकों का अध्ययन। 

पैडोलॉजी:- मृदा, मर्दा निर्माण, मृदा के प्रकार इत्यादि का अध्ययन।

जेरोन्टोलोजी:- मनुष्य में वृद्धाावस्था एवं काल प्रभावन के सामाजिक संज्ञानात्मक मनोवैज्ञानिक तथा जैविक पहलुओं का अध्ययन।

इथोलॉजी:- मानव सहित सभी जंतुओं के व्यवहार का अध्ययन।

एंथोंलोजी:- फूलों का अध्ययन।

बायोनिक्स:- जैविक जगत के गुणों, सिद्धांतों के प्रयोग द्वारा आधुनिक उपकरणों व अभियांत्रिकी तंत्रों का निर्माण करना।

बायोनॉमिक्स:- जीवधारियों का उनके वातावरण के साथ संबंध का अध्ययन।

बायानोमी:- जीवन के नियमों से संबंधित अध्ययन।

मायोलॉजी:- मनुष्य की पेशियोंं का अध्ययन।

मैंमेलोजी:- स्तनधारी जंतुओं का अध्ययन।

बायोमैट्री:- गणित एवं सांख्यिकी की तकनीको द्वारा जीव विज्ञान का अध्ययन।

फ्रेनोलॉजी:- मस्तिष्क के विभिन्न भागों की क्रियाशीलता का अध्ययन।

एग्रोस्टोलॉजी:- घास से संबंधित अध्ययन।

पैलीनोलजी:- विभिन्न प्रकार के पराग कणों का अध्ययन।

आंकोलॉजी:- कैंसर से संबंधित ट्यूमर का अध्ययन।

टेरैटोलोजी:- शारीरिक विकास में आने वाली असमानताओं का अध्ययन।

 काड्रोलॉजी:- उपास्थि से संबंधित अध्ययन।

ओस्टियोलॉजी:- अस्थियों का अध्ययन।

सेरोलॉजी:- रुधिर के सीरम का अध्ययन।

हीमेटोलोजी:- रुधिर का अध्ययन।

न्यूरोलॉजी:- तंत्रिका तंत्र से संबंधित अध्ययन।

लिथोट्रिप्सी:- एक चिकित्सीय प्रक्रिया जिसमें किरणों की सहायता से गुर्दे, पित्ताशय, मूत्राशय की थैली में स्थित पथरी को तोड़़कर मरीज का इलाज किया जाता है।

पैराशिटोलॉजी:- परजीवी जीवो का अध्ययन।

वायरस विज्ञान:- विषाणुओं का अध्ययन।

बैक्टीरियोलॉजी:- जीवाणुओं का अध्ययन।

एंटोंमोलॉजी:- कीटों का अध्ययन।

मिरमेकोलोजी:- चीटियों का अध्ययन।

 मैलेकोलॉजी:- मोलस्का और इनके खोलो का अध्ययन।

इक्थियोलोजी:- मत्स्य की संरचना, कार्यिकी इत्यादि का अध्ययन।

सरपेंटोलॉजी:- सर्पों का अध्ययन।

हरपेटोलोजी:- उभयचरो तथा सरीसर्पों का अध्ययन।

आर्निथोलॉजी:- पक्षियों का अध्ययन।

डर्मेटोलॉजी:- त्वचा तथा इसके रोगों का अध्ययन।

ट्रॉफोलॉजी:- पोषण एवं पोषण विधियों का अध्ययन।

टेटोलोजी:- उपार्जित लक्षण का अध्ययन।

एपीकल्चर:- शहद उत्पादन हेतु मधुमक्खी पालन का अध्ययन।

एग्रीकल्चर:- कृषि तथा पशुपालन का अध्ययन। 

एवीकल्चर:- पक्षी पालन का अध्ययन।

एक्वाकल्चर:- जलीय जीवो का संवर्धन।

पीसीकल्चर:- मत्स्य पालन का अध्ययन।

सेरीकल्चर:- रेशम कीट पालन का अध्ययन।

सिल्वीकल्चर:- वनों का संवर्धन।

फ्लोरीकल्चर:- फूलों की खेती।

ओलेरीकल्चर:- सब्जियों की कृषि।

हॉर्टिकल्चर:- फलो फूलों सब्जियों व मसालों की खेती।

पोमोलॉजी:- फलों की कृषि।

वर्मीकल्चर:- कृषि उत्पादन में वृद्धि हेतु केंचुआ पालन।

विटीकल्चर:- अंगूर उत्पादन।

हाइड्रोपोनिक्स/ एयरोपोनिक्स/ एयरोकल्चर:- मर्दाविहीन पादप का संवर्धन।







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